मेरे हर किस्से में तुम आते हो
पता नही मेरे हिस्से में कब आओगे !
वरील शेर वाचून सुचलेली कविता
मेरे हर ख्वाब में तुम आते हो
पता नही हकीकत में कब आओगे !
मेरी हर एहसास में तुम आते हो
पता नही साँस में कब बस जाओगे !
मेरी हर दुवा में तुम आते हो
पता नही कुबूल कब हो जाओगे !
मेरे हर किस्से में तुम आते हो
पता नही मेरे हिस्से में कब आओगे !
मनिष मोहिले
पता नही मेरे हिस्से में कब आओगे !
वरील शेर वाचून सुचलेली कविता
मेरे हर ख्वाब में तुम आते हो
पता नही हकीकत में कब आओगे !
मेरी हर एहसास में तुम आते हो
पता नही साँस में कब बस जाओगे !
मेरी हर दुवा में तुम आते हो
पता नही कुबूल कब हो जाओगे !
मेरे हर किस्से में तुम आते हो
पता नही मेरे हिस्से में कब आओगे !
मनिष मोहिले
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