Wednesday, December 9, 2015

नशा

ईक जाम नजर से तेरे
मुझको पिला दे यारा
के बिना पिये भी मुझको
नशे में झूमने दे यारा

जी चाहता हैं चूमू मैं
तेरे होंठ रसीले यारा
अंगूरी रंग में रंग दे
मुझको इन होठोंसे यारा

जी करता हैं पी लू मैं
तेरे कातिल जोबन यारा
यह घुंबज रस से भरे जो
शराबी मिजाज कर दे यारा

यह चाल तेरी मस्तानी
नशीला कर दे माहौल यारा
अरे फिर शराब का क्या काम
जो तू साथमें मेरे यारा


------  © मनिष मोहिले
@manishmohile.blogspot.com

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